कलेक्टर कैसे बनते हैं? – Collector kaise bante hai

Last updated on November 5th, 2023 at 04:42 pm

साथियों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे Collector kaise Bante hai कलेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी पड़ती है?

कलेक्टर बनने के लिए क्या करें ? कलेक्टर के कार्य क्या होते हैं? Collector Ki Salary कितनी होती है? से संबंधित पूरी जानकारी आप जानेंगे

साथियों अधिकतर उम्मीदवार Collector kaise Bante hai के बारे में जानना चाहते हैं

क्योंकि वह कलेक्टर बनना चाहते है। कुछ तो उम्मीदवार DM, SDM आदि बनना चाहते हैं। कलेक्टर बनने के लिए अनेक प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है।

ऐसा आपने कई बार सुना और पढ़ा भी होगा.

कलेक्टर बनना इतना आसान नहीं है. क्योंकि कलेक्टर की परीक्षा देश की कठिन परीक्षाओं में से एक है
लेकिन ऐसा नामुमकिन भी नहीं है क्योंकि आप और हम जैसे लोग ही कठिन परिश्रम और पढ़ाई के बल पर कलेक्टर बनते हैं।

और कभी-कभी candidates को सही गाइडेंस ना मिल पाने के कारण असफल भी हो जाते हैं। जिससे वे निराश होकर दूसरी फील्ड में चले जाते हैं।

लेकिन जिन विद्यार्थियों का प्रयास जारी रहता है वह अपने असफल होने की कमी को पूरा करते हुए अपनी मंजिल को प्राप्त कर लेते हैं।

तो साथियों यदि आप भी कलेक्टर बनना चाहते हैं या Collector kaise Bante hai के बारे में जानना चाहते हैं तो आज का यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होने वाला है

क्योंकि हमने Collector kaise Bante hai के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है। आइए साथियों Collector kaise Bante hai को जानने से पहले यह जान लेते हैं कि कलेक्टर कौन होता है।

कलेक्टर कौन होता है ?

कलेक्टर एक उच्च अधिकारी पद होता है और जिसे हम लोग IAS के नाम से भी जानते हैं। और कलेक्टर बनने पर व्यक्ति को कई सारे अधिकार प्राप्त होते हैं।

और साथियों इतना ही नहीं या बहुत सम्मानित पद है। कलेक्टर वह अधिकारी होता है।

जो राज्य के किसी जिले में कार्यरत होता है। और जिस जिले में डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर मौजूद होता है।

और IAS अधिकारी के अंडर में सभी प्रशासनिक अधिकारी कार्य करते हैं। और देश के प्रत्येक जिले में अलग-अलग जिला अधिकारी का चयन किया जाता है।

अगर हम साधारण भाषा में बात करें कि कलेक्टर कौन होता है? तो कलेक्टर पूरे जिले का अकेला ही मालिक होता है।

जिसकी जिम्मेदारी होती है कि अपने से नीचे के सभी प्रशासनिक अधिकारियों को संभालने की.और साथ ही साथ डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट जिले में कानून व्यवस्था और शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है।

साथियों कलेक्टर की फील्ड में करियर बनाने से पहले उसके कार्यों के बारे में भी जानना जरूरी होता है। जिससे आगे चलकर कोई परेशानी ना हो।

आइए बात करते हैं कलेक्टर के कौन-कौन से कार्य होते हैं ?

कलेक्टर के कौन कौन से karya होते हैं?

Collector किसी जिले का मुख्य कार्यकारी, प्रशासनिक और राजस्व अधिकारी होता है।

कलेक्टर का मुख्य कार्य जिले में कार्य कर रहीं विभिन्न सरकारी एजेंसियों के मध्य आवश्यक समन्वय स्थापित करना होता है.

एक कलेक्टर को पुलिस और जिले के अधीनस्थ न्यायालयों का निरीक्षण करने का काम सौंपा जाता है ।

कलेक्टर भूमि का मूल्यांकन करता है.

भूमि अधिग्रहण करने का काम करता है।

भूमि राजस्व का संग्रहण, भूमि रिकार्डों का रख-रखाव,भूमि सुधार व जोतों का एकीकरण कराता है |

बकाया आयकर, उत्पाद शुल्क, सिंचाई बकाया को वसूलने का काम करता है |

बाहरी आक्रमण और दंगों के समय सुरक्षा प्रदान करता है

कृषि ऋण का वितरण करता है,जिला बैंकर समन्वय समिति की अध्यक्षता करने का काम करता है |

जिला योजना केंद्र की अध्यक्षता करता है |

बाढ़, सूखा और महामारी जैसी प्राकृतिक आपदाओं से बचाने का काम करता है | |

पुलिस और जेलों का निरीक्षण करता है |

जिला अधिकारी ही करता है।

इसके साथ ही वह सभी लोगों को न्याय दिलाने का भी काम करता है |

यह सभी कार्य एक कलेक्टर पद के अन्तर्गत आते हैं.

आइए साथियों अब बात करते हैं कलेक्टर बनने के लिए क्या योग्यताएं होनी चाहिए ?

Collector Banne Ke Liye Yogyta

शैक्षणिक योग्यता _ उम्मीदवारों को आवेदन करने के लिए

किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी करनी होगी

और यदि आप ग्रेजुएशन के अंतिम वर्ष में परीक्षा दे रहे हैं तब भी UPSC परीक्षा के लिए पात्र हैं।

राष्ट्रीयता _ कलेक्टर बनने के लिए कैंडिडेट का भारतीय नागरिक अनिवार्य है।

कलेक्टर बनने के लिए आयु सीमा

जनरल कैटेगरी के अंतर्गत आने वाले

कैंडिडेट की आयु कम से कम 21 वर्ष से लेकर 32 वर्ष के बीच में चाहिए।

इनकी आयु सीमा में कोई भी छूट प्रदान नहीं की गई है।

OBC श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए 21 वर्ष से 32 वर्ष की आयु निर्धारित की गई है।

लेकिन 3 वर्षों की छूट भी प्रदान की गई है।

SC/ST के कैंडिडेट के लिए आयु सीमा 21 से 32 वर्ष के बीच निर्धारित की गई है।

परंतु SC/ST के कैंडिडेट के लिए 5 वर्ष की छूट सरकार द्वारा निर्धारित की गई है।

आइए साथियों अब बात करते हैं मुख्य टॉपिक पर की Collector kaise Bante hai

साथियों हम आपको बता दें कि Collector kaise Bante – कलेक्टर कैसे बनते हैं?

Collector kaise Bante hai – कलेक्टर कैसे बनते हैं?

सबसे पहले आपको 12th पा करना होगा।

उसके बाद Graduation की पढ़ाई किसी भी सब्जेक्ट से कंप्लीट करें।

फिर उसके बाद आपको UPSC में IAS के लिए अप्लाई करना होगा।

और यदि आप आईएएस अधिकारी की परीक्षा को पास कर लेते हैं

तो फिर आप एक IAS अधिकारी बन जाएंगे.

IAS अधिकारी के बाद आपका प्रमोशन करके जिला कलेक्टर बनाया जाता है.

साथियों कलेक्टर बनने के लिए हमें कई प्रोसेस से गुजरना होता है। कलेक्टर बनने के लिए सबसे पहला प्रोसेस तो यह है कि UPSC द्वारा आयोजित एंट्रेंस एग्जाम को क्लियर करना जरूरी होता है।

इसके बाद ही आप अगले प्रोसेस को पूरा करने के योग्य होते हैं। तो साथियों आपने जाना की Collector kaise Bante hai अब चलिए यह भी जान लेते हैं की

UPSC क्या है?

यूपीएससी एक ऐसी संस्था है जिसके माध्यम से सभी प्रकार प्रकार के सेंट्रल गवर्नमेंट के आवश्यक पदों की भर्तियों के लिए Recruitments निकाली जाती है।

Recruitments निकालने के बाद योग्य कैंडिडेट्स के चयन के लिए UPSC एग्जाम आयोजित कराती हैं।

साथियों यदि आप उच्च पद पर जॉब करना चाहते हैं। तो उसके लिए आपको सबसे पहले UPSC की तीन मुख्य परीक्षाओं से होकर गुजरना होगा –

Prelims Exam ( प्रारंभिक परीक्षा )
Main Exam (मुख्य परीक्षा)
साक्षात्कार ( interview )

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Prelims Exam ( प्रारंभिक परीक्षा )

साथियों कलेक्टर बनने के लिए सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा को क्लीयर करना होगा। और यह परीक्षा हर साल जून महीने में होती है। इसमें मुख्यत: 2 पेपर होते हैं,

पहला पेपर जनरल एबिलिटी टेस्ट और दूसरा पेपर सिविल सर्विसेज एटीट्यूड टेस्ट ( सीसैट ) का होता है. और दोनों ही पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं. जिसमें पेपर कुल 400 अंकों के होते हैं

Main Exam (मुख्य परीक्षा)

इस एग्जाम में आपको अलग-अलग सब्जेक्ट के हिसाब से प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं। यह परीक्षा हर साल सितंबर, अक्टूबर महीने में होती है। इस में 9 पेपर होते हैं। जिन्हें दो भागों में बांटा गया है _

क्वालीफाइंग पेपर _ इस में 2 पेपर होते हैं। (1st and 2nd) यह दोनों पेपर 300 _ 300 अंक के होते हैं। इनके अंक चयन के समय नहीं जोड़े जाते हैं।

मेरिट पेपर_ इसमें कुल 7 पेपर होते हैं जोकि 250 -250 अंक के होते हैं। यानी कि सभी कुल पेपर 1750 अंकों के होते हैं.

Interview (साक्षात्कार)

फाइनली मुख्य परीक्षा में टॉप करने वाले उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया जाता है। इंटरव्यू 250 अंकों का होता है

और इस इंटरव्यू में बुद्धिमत्ता के साथ-साथ प्रेजेंस आफ माइंड और कैंडिडेट के शारीरिक और मानसिक योग्यता की जांच की जाती है।

मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के अंकों के आधार पर उम्मीदवारों को सिलेक्ट कर लिया जाता है.

तो दोस्तों उम्मीद करते हैं आप अच्छे से समझ गए होंगे Collector kaise Bante hai और कलेक्टर बनने के लिए कौन सी परीक्षा देनी होती है.अब यह भी परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं?

तो साथियों यदि आप को Collector kaise Bante hai जानकारी अच्छी लगे तो अपने दोस्तों को भी शेयर करें

यह परीक्षा कितनी बार दे सकते हैं?

सामान्य वर्ग के उम्मीदवार 32 वर्ष की आयु तक 6 बार परीक्षा दे सकते हैं।
OBC श्रेणी के उम्मीदवार 35 वर्ष तक 9 बार परीक्षा दे सकते हैं।
SC/ST के उम्मीदवार से 37 वर्ष की आयु तक जितनी बार चाहे वह दे सकते हैं।
सामान्य वर्ग के PWD उम्मीदवार 42 वर्ष की आयु तक 9 बार परीक्षा दे सकते हैं।

कलेक्टर की ट्रेनिंग कहां होती है।

सभी प्रोसेस से गुजरने के बाद आपको ट्रेनिंग पूरी करनी होती है. और इस ट्रेनिंग को पूरा करने के लिए आपको और लबसना (Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration ) भेजा जाता है।

और ट्रेनिंग पूरा हो जाने के बाद आपको पोस्टिंग प्रदान की जाती है और उस के बाद आप एक कलेक्टर के रूप में सिलेक्ट हो जाते हैं।

साथियों जब आप इतना परिश्रम करके कलेक्टर पद पर पहुंचते हैं। तो आपके मन में यह सवाल जरुर आता होगा. कलेक्टर की सैलरी कितनी होती है?

तो हम आपको बता दें कि 7वें वेतन आयोग के अनुसार

Collector Ki Salary Kitni Hoti Hai

जिला कलेक्टर की सैलरी 80 हजार रुपये से ज्यादा होती है (District Collector Salary). हालांकि कैबिनेट सचिव के पद तक पहुंचते-पहुंचते उनकी सैलरी ₹2,50,000 के करीब हो जाती है।

कलेक्टर को मिलने वाली सुविधाएं

1- एक कलेक्टर IAS अधिकारी को रहने के सरकारी बंगला दिया जाता है।


2- घर के लिए कार्य के लिए नौकर, कार और ड्राइवर दिए जाते हैं.

3- सरकार की तरफ से शासकीय वाहन दिया जाता है.

4- इसके अलावा बंगले पर माली, चपरासी, कुक एवं अन्य कार्यों के लिए सहायकों की सुविधा मिलती है

Conclusion – Collector kaise Bante hai – कलेक्टर कैसे बनते हैं?

In Conclusion तो साथियों आपको Collector kaise Bante hai यह जानकारी पसंद आई हो

तो आप अपने उन दोस्तों के साथ जरूर करिए जो कि IAS अधिकारी बनना चाहते हैं।

और अगर आप का इस आर्टिकल Collector kaise Bante hai से संबंधित कोई सवाल हो तो कमेंट करके निसंदेह पूछ सकते हैं।

Finally अगर आप Career ,Courses and Exams से संबंधित महत्वपूर्ण वीडियो देखना चाहते हैं तो आप Right Info Club YouTube Channel पर जाकर देख सकते हैं

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