Deputy Collector kaise bante hai – डिप्टी कलेक्टर कैसे बनें

Last updated on November 7th, 2023 at 09:01 pm

साथियों क्या आप जानना चाहते हैं कि Deputy Collector kaise bante hai तो इस आर्टिकल को शुरू से लेकर अंत तक जरूर पढ़िए

जिससे आपको डिप्टी कलेक्टर क्या होता है? डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए क्या योग्यता होनी चाहिए?

डिप्टी कलेक्टर कैसे बनते हैं? ये सभी जानकारियां मिल सके‌।

साथियों वैसे तो हम सभी लोग कलेक्टर के बारे में जानते हैं लेकिन डिप्टी कलेक्टर क्या होता है?

Deputy Collector kaise bante hai नहीं जानते हैं तो आज हम इस आपको आर्टिकल में बताएंगे कि Deputy Collector kaise bante hai से संबंधित पूरी जानकारी

DC Full Form in Hindi

डीसी का फुल फॉर्म होता है Deputy Collector जिसे शॉर्टकट में DC कहते हैं और DC को SDM के नाम से भी जाना जाता है।

SDM का फुल फॉर्म- सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है

तो साथियों हम आपको बता दे कि यह दोनों नाम एक ही पदाधिकारी के लिए प्रयोग किए जाते हैं

आइए साथियों Deputy Collector kaise bante hai को जानने से

सबसे पहले उसके बारे में जानकारी होना अनिवार्य है जैसे की -डिप्टी कलेक्टर क्या होता है/ डिप्टी कलेक्टर किसे कहते हैं?

Deputy Collector kya hota hai

सिविल सर्विस एग्जाम के अंतर्गत DC यानी कि डिप्टी कलेक्टर का पद सम्मानजनक व पावरफुल होता हैं
और जो भी कैंडिडेट इस पद पर नियुक्त होते हैं उन्हें सरकार के द्वारा कुछ महत्वपूर्ण अधिकार दिए जाते हैं।

साथियों प्रशासनिक पोस्ट में देखा जाए तो सबसे बड़ा पोस्ट प्रशासनिक अधिकारी कलेक्टर का ही होता है। यह एक सरकारी जॉब होती हैं।

कलेक्टर अपने जिले का मुखिया होता है और एक मालिक होने के नाते जिले के हर कार्य

और हर विभाग का कार्य कलेक्टर के अधीन होता है।

जिले में हर छोटे-बड़े कार्यों को संपन्न कराने का जिम्मेदार कलेक्टर होता है

जैसे-आपदा प्रबंधन सरकारी योजनाएं,हर विभाग की जानकारी, कर्ज़ वसूली, भूमि अधिग्रहण,लोगों की समस्या सभी को स्थिर बनाए रखने का कार्य कलेक्टर का ही काम होता है ऐसे ही पोस्ट डिप्टी कलेक्टर का भी होता है।

और यदि आप भी डिप्टी कलेक्टर बनने का सपना देख रहे हैं या

डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं तो आप Deputy Collector kaise bante hai की जानकारी ज़रूर पढ़िए।

Deputy Collector kise kahte hai

Deputy Collector के ऊपर के अधिकारी को कलेक्टर कहा जाता है।

और Collector (कलेक्टर) के नीचे के अधिकारी को डिप्टी कलेक्टर कहते हैं।
संक्षेप में कहें” तो डिप्टी कलेक्टर को DC भी कहा जाता है.

डिप्टी कलेक्टर कार्यकारी मजिस्ट्रेट के रूप में कार्य करता है।

इसीलिए इस पोस्ट को उप डिविजनल मजिस्ट्रेट कहा जाता है.
एक डिप्टी कलेक्टर, कलेक्टर के आदेशों का पालन करता है,

और दिन- प्रतिदिन उसके कार्य में सहायता प्रदान करता है। आइए अब बात करते हैं Deputy Collector kaise bante hai

Deputy Collector kaise bante hai या डिप्टी कलेक्टर कैसे बने?

PCS Exam को क्लियर करके डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट को प्राप्त कर सकते हैं।

जैसा कि साथियों हम सब जानते है की इस दुनिया में कोई भी कार्य इतना कठिन नहीं है

जो ना किया जा सके ठीक,उसी प्रकार से डिप्टी कलेक्टर बनना भी असंभव नहीं है

कि उस पोस्ट को ना प्राप्त कर सकें।

लेकिन थोडा कठिन जरुर है इसके लिए मेहनत और लगन की जरूरत होती है.

साथियों डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए PCS Exam को क्लियर करके डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट को प्राप्त कर सकते हैं।

दोस्तों इस एग्जाम को देने के लिए कुछ एजुकेशन क्वालीफिकेशन अनिवार्य होती हैं,

तो साथियों आप ने जाना की Deputy collector kaise bante hai अब आइए बात करते हैं. उन एजुकेशन क्वालीफिकेशन की,
जो भी उम्मीदवार डिप्टी कलेक्टर का पद प्राप्त करना चाहते हैं या डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं। तो
उनके लिए कुछ योग्यताएं पूरी करनी होगी जो‌ इस प्रकार हैं

Deputy Collector banne ke liye Qualification

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए स्टूडेंट को ‌किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय

से ग्रेजुएशन की डिग्री कंप्लीट करना अनिवार्य है. क्योंकि

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए वही उम्मीदवार अप्लाई कर सकते हैं जिनके पास स्नातक की डिग्री हो.

PSC Exam को देने के लिए अभ्यर्थी किसी भी स्ट्रीम चाहें

वह बीए, बीकॉम, बीएससी से ग्रेजुएशन करना अनिवार्य है। क्योंकि उम्मीदवार की Education qualification के रूप में स्नातक (Graduct,post graduct) डिग्री किसी भी विषय से अनिवार्य है।

इसके लिए ग्रेजुएशन में कम से कम 55% अंक होने चाहिए।

कैंडिडेट का भारतीय नागरिक होना अनिवार्य है, तभी वह डीसी पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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Deputy Collector Age Limit

जनरल वर्ग के महिला और पुरुष की न्यूनतम आयु 21 साल और अधिकतम आयु 32 साल तक डिप्टी कलेक्टर बनने का प्रयास कर सकते हैं।

OBC यानी की अन्य पिछड़े वर्ग के उम्मीदवार के लिए आयु सीमा 21 से 35 वर्ष है।

जैसा कि साथियों हम सभी लोग जानते हैं कि अपने देश में कुछ वर्गों को भारतीय संविधान में भी आरक्षण दिया गया है.
ठीक उसी प्रकार डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए विभिन्न वर्गों के लिए अलग-अलग आयु सीमा निर्धारित की गई है

अगर साथियों बात करें Age limit की तो

और वही अगर बात करें ST/SC अर्थात अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के

उम्मीदवार के लिए सरकार द्वारा 5 वर्ष की छूट दी जाती है.
कहने का तात्पर्य यह है की इनके लिए निर्धारित एज लिमिट 21 साल से 37 साल होती है।

तो साथियों यह होती है Age क्राइटेरिया DC पद के लिए

यदि आप Deputy Collector kaise bante hai हैं के बारे में जानकारी पढ़ रहे हैं

तो इस आर्टिकल को शुरू से लेकर लास्ट तक जरूर पढ़ें जिससे आप सही व पूरी इंफॉर्मेशन जान सकें.

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए क्या करें ?

साथियों अगर आप डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं. तो

आप किसी भी सर्टिफाइड इंस्टिट्यूट से कम से कम 55% अंकों के साथ

आपने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की हो.और वह अपनी ग्रेजुएशन डिग्री किसी भी कोर्स को पूरा करके कर सकते हैं।

साथियों डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए PSC या UPSC परीक्षा देनी होती है।
जो कि एक्जाम तीन चरणों में होते हैं.

Preliminary Exam (प्रारंभिक परीक्षा)
Mains Exam (मुख्य परीक्षा)
Interview (साक्षात्कार)

Preliminary Exam(प्रारंभिक परीक्षा)

UPSC द्वारा करवाई जाने वाली सिविल सर्विस एग्जाम के लिए अप्लाई करने के बाद

विद्यार्थियों को प्रारंभिक परीक्षा में शामिल होना पड़ता है।

इस एग्जाम में विद्यार्थियों को 2 क्वेश्चन पेपर के जवाब देने पड़ते हैं

और इसमें Nagetive marking का प्रावधान भी होता है।

यानी कि हर गलत उत्तर देने पर आपके 1/3 अंक कट जाते हैं।

इसमें हर क्वेश्चन पेपर 200 – 200 अंकों का होता है।

इस प्रकार 2 क्वेश्चन पेपर के टोटल 400 अंक होते हैं.इसमें सबसे पहले वाले पेपर में आपको 100 क्वेश्चन

और दूसरे वाले पेपर में आपको 150 क्वेश्चन का उत्तर देना पड़ता है.
परीक्षा कमेटी के द्वारा इन पेपर को देने के लिए जिसमें आपको 2 घंटे का समय दिया जाता है और आपको उसी टाइम के अंदर इन क्वेश्चन पेपर को हल करना होता है.

डिप्टी कलेक्टर की प्रारंभिक परीक्षा के दोनों पेपर इस प्रकार हैं

1 General studies I
2 General studies II

उम्मीदवारों को ऊपर दिए गए दोनों पेपर्स

को हल करने के लिए 4 ऑप्शन में से किसी एक ऑप्शन को सिलेक्ट करना होता है, क्योंकि यह क्वेश्चन पेपर ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं

तो साथियों हम आपको बताते चलें की Deputy Collector kaise bante hai

उसके लिए आपको UPSC द्वारा करवाई जाने वाली सिविल सर्विस एग्जाम सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा देनी होती है जिसमें यदि आप सफल होते हैं तो आपको मेंस एग्जाम से गुजरना होता है.

Mains Exam(मुख्य परीक्षा)

साथियों जो भी कैंडिडेट प्रारंभिक परीक्षा को पास कर लेते हैं,

उन्हें मुख्य परीक्षा में शामिल होने के लिए बुलाया जाता है.
जिसके अंदर उन्हें टोटल 8 क्वेश्चन पेपर को करना होता है। इसमें 2 क्वेश्चन पेपर ऑप्शनल सब्जेक्ट होते हैं।

डिप्टी कलेक्टर की मुख्य परीक्षा के 8 क्वेश्चन पेपर जो इस प्रकार है-


1 General Hindi – 150 mark
2 Essay – 150 mark
3 General studies I – 200 mark
4 General studies- II 200 mark
6 General studies- III 200 mark
7 General studies- IV 200 mark
8 Optional sub – I 200 mark
9 Optional sub- II 200 mark

इन सभी क्वेश्चन पेपर के कुल अंक 1500 होते हैं और

इन्हीं 1500 अंकों के आधार पर कट ऑफ तय होता है।

जो विद्यार्थी इस कट ऑफ को पार कर लेते हैं, उन्हें साक्षात्कार यानी की interview के लिए बुलाया जाता है।

3 Interview (साक्षात्कार)

प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा में सफल हुए अभ्यर्थियों को आखिरी राउंड यानी की इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।
इसमें अभ्यर्थियों से विभिन्न प्रकार के टिपिकल क्वेश्चन

और मानसिक क्षमता का आकलन करने वाले क्वेश्चन इंटरव्यू लेने वाले लोगों की टीम के द्वारा पूछे जाते हैं.

साथ ही इसमें यह भी पता लगाया जाता है कि आप

इस पद के लिए योग्य हैं या नहीं। इसके अलावा

आपकी पर्सनालिटी को भी इस इंटरव्यू के अंदर देखा जाता है।

यह इंटरव्यू कुल 100 अंकों का होता है,जो अभ्यर्थी

इस इंटरव्यू को अच्छे से पास कर लेते हैं उन्हें फिर डिप्टी कलेक्टर की पोस्ट के लिए सिलेक्ट कर लिया जाता है.

और उनकी जो रैंक होती है, उन्हें उसके हिसाब से पद दिए जाते हैं

इसके बाद उन्हें ट्रेनिंग के लिए भेज दिया जाता है और ट्रेनिंग पूरी होते ही उन्हें पद पर पोस्टिंग प्रदान कर दी जाती है।

तो दोस्तों आपने ऊपर के आर्टिकल में जाना कि

Deputy collector kaise bante hai / डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए क्या करें? तो साथियों अब बात करते हैं

डिप्टी कलेक्टर की नियुक्ति किन किन पदों पर हो सकती है –

अगर किसी उम्मीदवार की नियुक्ति डिप्टी कलेक्टर के रूप में होती है

तो वह सिर्फ किसी जिले का सब डिविजनल मजिस्ट्रेट नहीं होता है.
बल्कि डिप्टी कलेक्टर की पोस्टिंग विभिन्न विभागों में भी की जाती है

डिप्टी कलेक्टर को सरकार के तहत बहुत सारे विभाग में नियुक्त किया जाता है जैसे-

Deputy Collector ki posting

अनुविभागीय अधिकारी (SDM)

जनपद पंचायत

मंत्रालय में उप सचिव

मुख्यमंत्री, कैबिनेट मंत्री, राज्य मंत्री के निजी सचिव

उप जिला निर्वाचन अधिकारी

विधानसभा चुनाव के दौरान रिटर्निंग ऑफिसर

लोकसभा चुनाव के दौरान सहायक निर्वाचन अधिकारी

डिस्टिक सप्लाई ऑफीसर

असिस्टेंट कमिश्नर

रिवेन्यू कमिश्नर ऑफिस प्रेसिडेंट

साथियों इन सभी पोस्ट में डिप्टी कलेक्टर को कार्य करने के लिए पोस्टिंग दी जाती है।

तो आपने जाना की Deputy Collector kaise bante hai,

डिप्टी कलेक्टर बनने के लिए क्या क्वालिफिकेशन होनी चाहिए? और DC की पोस्टिंग किन- किन पदों पर होती है आइए साथियों अब जान लेते हैं कि डिप्टी कलेक्टर के कार्य के बारे में

डिप्टी कलेक्टर के कार्य

साथियों डिप्टी कलेक्टर के अनेक कार्य होते हैं जैसे कि- विकास मामलों के कार्य करना,

जिले से संबंधित कार्य, समस्त राजस्व से संबंधित कार्य, अपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 के अंतर्गत विभिन्न मजिस्ट्रेट कार्य और, भी अनेक कार्य होते हैं – जैसे कि

सैनिक कल्याण

विभाग संबंधित कार्य

सभी तरह के लाइसेंसों का नवीनीकरण

निर्वाचन अधिकारी

जुलूस रैली हिंदू विवाह अधिनियम

विधानसभा चुनाव से संबंधित लोक सभा चुनाव

पुलिस स्टेशन से अपराध से निपटने वाले किसी रिकॉर्ड और रजिस्टर को मंगवाना.

इत्यादि डिप्टी कलेक्टर के कार्य है. तो दोस्तों आपने जाना की Deputy Collector kaise bante hai से संबंधित पूरी जानकारी अब आइए जानते हैं की डिप्टी कलेक्टर को कितनी सैलरी मिलती है?

क्योंकि हर एक व्यक्ति के मन में यह सवाल जरूर आता है की कौन- सी पोस्ट में कितनी सैलरी मिलती है? ऐसे ही आज हम इस आर्टिकल में जानने वाले हैं कि डिप्टी कलेक्टर की सैलरी कितनी होती है?

Deputy Collector ki salary kitni hoti hai

साथियों PSC परीक्षा या UPSC परीक्षा के एग्जाम के बाद

उम्मीदवारों को ग्रेड के हिसाब से उनका पद दिया जाता है जैसे कि

जूनियर टाइम स्केल

सीनियर टाइम स्केल

जूनियर एडमिनिस्ट्रेटिव सिलेक्शन ग्रेड

सुपर टाइम स्केल

अपेक्स स्केल

कैबिनेट सेक्रेटरी ग्रेड

इस प्रकार ग्रेड के आधार पर उनके पोस्ट की नियुक्ति की जाती है.जूनियर डिप्टी कलेक्टर टाइमस्केल के अंतर्गत आता है

तो इनको पे स्केल के रूप में 15600 से लेकर 39100 पे स्केल मिलता है. और इसमें IAS officer का ग्रेड पे 5400 होता है इस आधार पर उसे वेतन सैलरी मिलती है.

सामान्य रूप से देखा जाए तो सातवें वेतन आयोग के अनुसार डिप्टी कलेक्टर की सैलरी 55000 से 150000 तक मिलती है.


साथियों उम्मीद करते हैं की आपको Deputy Collector kaise bante hai के बारे में अच्छे से समझ गए होंगे अब चलिए लास्ट में यह भी जान लेते हैं कि सैलरी के अलावा और क्या – क्या सुविधाएं मिलती है?

डिप्टी कलेक्टर की अन्य सुविधाएं

तो साथियों हम आपको बता दे कि एक उप जिलाधिकारी या डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector /SDM) को नि:शुल्क शासकीय वाहन राज्य सरकार द्वारा आवंटित किया जाता है।

इस शासकीय वाहन के साथ – साथ deputy collector को एक चालक

अर्थात ड्राइवर एवं गनमेन ,सुरक्षा के लिए उपलब्ध होते हैं।
इसके अलावा उसे अपने बंगले पर माली ,चपरासी , एवं अन्य कार्य हेतु पर्याप्त मात्रा में नौकर या सहायकों की उपलब्धता होती है।

Conclusion

और अगर आपको यह Deputy Collector kaise bante hai जानकारी पसंद आई हो

तो अपने उन दोस्तों के साथ जरुर शेयर करें जो डिप्टी कलेक्टर बनना चाहते हैं या Deputy Collector kaise bante hai के बारे में जानना चाहते हैं तो उन्हे भी यह जानकारी मिल सके।

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